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Essay on National Symbols in Hindi – Kunji

Essay on National Symbols in Hindi

राष्ट्रीय-प्रतीक (National Symbols)

Essay on National Symbols in Hindi – प्रत्येक स्वतन्त्र राष्ट्र द्वारा अपने कुछ चिह्न निश्चित किए जाते हैं, जो उनकी पहचान एवं गौरव के प्रतीक होते हैं। उन्हें राष्ट्रीय प्रतीक कहा जाता है। जैसे राष्ट्रीय-ध्वज, राष्ट्रीय-गान, राष्ट्रीय-गीत एवं राष्ट्रीय-मुद्रा इत्यादि। भारत को 15 अगस्त 1947 को आज़ादी मिली। उसके बाद संविधान द्वारा जो चिह्न निश्चित किए गए वे इस प्रकार हैं:

#1. राष्ट्रीय ध्वज-तिरंगा (National Flag):

national flag

राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इसे स्वतन्त्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और अन्य राष्ट्रीय पर्वों पर फहराया जाता है। 15 अगस्त 1947 को इसे सर्वप्रथम 31 तोपों की सलामी के साथ फहराया गया था। 26 जनवरी 2002 से सरकार द्वारा आम नागरिकों को भी राष्ट्रीय-ध्वज फहराने की अनुमति प्रदान की गई है। इसे सभी राष्ट्रीय पर्वों पर फहराया जाता है। जब भी राष्ट्रीय-ध्वज फहराया जाये तक हमें सम्मान देने के लिए सावधान खड़े होना चाहिए।

बनावट: हमारे देश के ध्वज (झण्डे) का नाम तिरंगा है। इसमें तीन रंग की बराबर अनुपात की पट्टियाँ हैं।

पहली पट्टी केसरी रंग की है जो वीरता एवं त्याग की सूचक है।

दूसरी पट्टी सफ़ेद रंग की है जो शांति एवं सत्य की प्रतीक है। सफ़ेद पट्टी के मध्य एक नीले रंग का चक्र शान्ति-प्रिय सम्राट अशोक के धर्म-चक्र से लिया गया है। इस चक्र में 24 चैबीस तीलियां हैं जो पहिए के समान सदैव गतिशील एवं विकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देती हैं।

तीसरी पट्टी हरे रंग की है जो खेतों की हरियाली एवं खुशहाली की प्रतीक है।

#2. राष्ट्रीय-गान (National Anthem):

national anthem

इसकी रचना भारत के प्रसिद्ध विद्धान एवं कवि श्री रवीन्द्र नाथ टैगोर ने दिसम्बर 1911 में की थी। संविधान लागू होने से पहले 24 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्र-गान के रूप में स्वीकार किया गया। हमें इसे गाते समय सम्मान व गर्व से सावधान की मुद्रा में खड़े होना चाहिए।

#3. राष्ट्रीय वृक्ष (National Tree):

national tree

हमारा राष्ट्रीय वृक्ष बरगद का पेड़ है। इस वृक्ष की टहनियाँ अपने तने से लिपटकर उसे और मज़बूत कर देती हैं। बरगद की जड़ों की तरह हमें अपनी संस्कृति और विरासत से जुड़े रहने का संदेष मिलता है।

#4. राष्ट्रीय गीत (National Song):

national song

भारत का राष्ट्रीय गीत- ‘वन्दे मातरम्’ है। इस की रचना प्रसिद्ध विद्धान श्री बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय ने सन् 1874 में की थी। इसे पहली बार 1896 ई. में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया।

#5. राष्ट्रीय फल (National Fruit):

national fruit

हमारा राष्ट्रीय फल आम है। यह स्वाद और मिठास का प्रतीक है। यह विटामिन ए, सी और डी का स्रोत है और भारत में इसकी सौ ;100द्ध से अधिक किस्में हैं।

#6. राष्ट्रीय पुष्प (National Flower):

national flower

हमारा राष्ट्रीय पुष्प कमल है जो पवित्रता एवं निर्मलता का प्रतीक है। यह कीचड़ में पैदा होकर भी कीचड़ से निर्लेप रहता है।

#7. राष्ट्रीय खेल (National Sport):

national sport

हाॅकी हमारा राष्ट्रीय खेल है क्योंकि हाॅकी के खेल ने सन् 1928 से 1956 तक के स्वर्ण काल में इसने भारत को छह ओलम्पिक स्वर्ण पदक दिलाये हैं और विश्व में भारत का सिर ऊँचा किया था।

#8. राष्ट्रीय मुद्रा (National Currency):

national currency

15 जुलाई 2010 हमारी राष्ट्रीय मुद्रा को आधिकारिक रूप में मान्य किया गया है। आई. आई. टी., गुवाहटी के प्रोफैसर डी. उदय कुमार ने इसको तैयार किया है। इस डिज़ाइन की खास बात यह है कि इसमें देवनागरी लिपि के र और रोमन लिपि के आर (त् बिना डंडे के) दोनों की छवि मिलती है। भारत की राष्ट्रीय मुद्रा अब पाँचवीं ऐसी मुद्रा बन गया है जिसे उसके चिह्न से पहचाना जाएगा। हमारा यह चिह्न भारतीयता और अन्तर्राष्ट्रीयता का अद्भुत संगम है।

#9. राष्ट्रीय पिता (National Father):

mahatma gandhi

महात्मा गाँधी ने भारत की जनता को अपना काम स्वयं करने तथा विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने की राह दिखाई। सत्याग्रह और असहयोग जैसे आन्दोलन चलाकर अंग्रेज़ी शासन की नींव उखाड़ दी। नये स्वतन्त्र भारत का निर्माण किया। इसलिए हम उन्हें राष्ट्र पिता और बापू कहते हैं। उनके द्वारा स्वतन्त्रता-संग्राम में दिए योगदान के लिए भारत सदैव उनका ऋणी रहेगा। इसलिए बापू के जन्मदिन 2 अक्तूबर को गाँधी जयन्ती (राष्ट्रीय पर्व) के रूप में मनाया जाता है।

#10. राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तम्भ (National Emblem Ashoka Pillar):

National Emblem Ashoka Pillar

राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तम्भ जिसके शीर्ष पर चार सिंह बने हैं। आगे तीन सिंह ही दिखाई देते हैं। चैथा सिंह इनकी ओट में है। जो कि शक्ति, साहस एवं आत्मविश्वास के सूचक हैं। इनके ठीक नीचे सम्राट अशोक का वही धर्म-चक्र है जो तिरंगे में भी है। चक्र के साथ चारों दिशाओं के संरक्षक के रूप में पूर्व दिशा में हाथी, पश्चिम दिशा में बैल, उत्तर दिशा में सिंह और दक्षिण दिशा में सरपट दौड़ता घोड़ा चिह्नित है। इन्हीं के बीच एक कमल का फूल बना है। इसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’, आदर्श वाक्य लिखा है। जिसका अर्थ है-सत्य की हमेशा जीत होती है।

राष्ट्रीय चिह्न भारत सरकार की आधिकारिक लेटरहेड का भाग है। यह राष्ट्रपति व राज्यपाल की सरकारी मोहर है। यह सभी भारतीय मुद्राओं पर अंकित होता है। यह भारत गणराज्य के पासपोर्ट, पहचान-पत्र आदि पर भी छपता है।

#11. राष्ट्रीय पक्षी (National Bird):

national bird

मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी जो अपनी पवित्रता तथा सुन्दरता के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है।

#12. राष्ट्रीय पशु बााघ (National Animal Arm):

National Animal Arm

वीरता द्ढ़ता एवं साहस का प्रतीक बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है। राष्ट्रीय पक्षी और राष्ट्रीय पशु होने के कारण भारत ने मोर और बाघ इन दोनों को पकड़ने, मारने और कैद करने पर प्रतिबन्ध लगाया हुआ है।

#13. राष्ट्रीय नदी (National River):

national river

हमारी राष्ट्रीय नदी गंगा है, जो हिन्दुओं की सबसे पवित्र एवं धार्मिक नदी है। इसकी उपासना माँ और देवी के रूप में की जाती है। इसकी गहराई 100 फुट से अधिक है। विदेशी साहित्य में भी गंगा नदी की प्रशंसा की गई है। गंगा नदी के तट पर ऋषिकेश, हरिद्वार, वाराणसी आदि तीर्थस्थल बसे हुए हैं।

#14. राष्ट्रीय कैलेण्डर (National Calendar):

national calendar

हमारा राष्ट्रीय कैलेण्डर शक सम्वत है जिसे 22 मार्च 1957 को अपनाया गया था। इससे पहले भारत में ईसा सम्वत कैलेण्डर होता था। अब शक सम्वत कैलेण्डर में एक वर्ष में 365 दिन और 12 देसी महीने चैत्र की प्रथम तिथि अर्थात् देसी वर्ष का आरम्भ सामान्य वर्ष में 22 मार्च और लीप वर्ष में 21 मार्च को होता है। इस कैलेण्डर का ग्रेगोरियन कैलेण्डर से सटीक मिलान होता है।

ये सभी राष्ट्रीय प्रतीक हमारी आज़ादी, हमारे आत्म-सम्मान, हमारे स्वाभिमान, एकता और अखंडता के प्रतीक हैं। इनकी रक्षा हमारा परम कत्र्तव्य है।

‘‘आन-बान और शान बढ़े, इनका गौरव गान बढ़े।
ऐसे समर्पण से, भारत का विश्व में मान बढ़े।’’

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Kunji Team

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